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Notebook Manufacturing Business in Hindi

कॉपी बनाने का बिज़नेस कैसे शुरू करे, जाने पूरा तरीका | Notebook Manufacturing Business in Hindi

Notebook Manufacturing Business in Hindi: पढाई लिखाई में सबसे जरूरी काम आने वाली चीज़ कॉपी किताब है। जिसकी मदद से ही हम लिखना पढ़ना सीखते है। बच्चों के पढ़ने के लिए आजकल तो स्कूलों में तरह तरह के नोटबुक का उपयोग होने लगा है। हर एक विषय के लिए अलग अलग नोटबुक होना अनिवार्य है। इसके अलावा हर एक कार्यालय में भी कॉपी, नोटबुक, रजिस्टर, डायरी का उपयोग आम बात है। आपने भी देखा होगा। 

तो अगर आप नोटबुक बनाने का बिज़नेस करना चाहते है तो इस पोस्ट में मैं आपको इस बिज़नेस में लगने वाली मटेरियल, मशीन, लागत, मुनाफा, पैकेजिंग और मार्केटिंग के बारे में बताऊंगा। 

ये बिज़नेस बहुत ही आसान है। इसे आप एक कमरे से शुरू कर सकते है। और कॉपी का उपयोग इतने बड़े स्तर पर होता है तो आप समझ सकते है की इसका बाजार कितना बड़ा है। बाकि स्टेशनरी की दुकान पर रोजाना बच्चे भीड़ लगाए रहते है तरह तरह के नोटबुक खरीदने के लिए। बाकि तो हम सभी अपने घरों में भी हमेसा कॉपी, किताब खरीदते रहते है, तो हमे अंदाजा है ही। और कॉपी किताब की कीमत भी अब काफी महँगी हो चुकी है।  इसीलिए आप सोचिये की अगर आप कॉपी बनाने का एक छोटा सा उद्योग करते हो तो आपको कितना ज्यादा मुनाफा हो सकता है। महीने का आप लाखो में कमाई कर सकते है। 

नोटबुक बनाने का बिज़नेस क्यों करे? (Notebook Manufacturing Business Plan)

नोटबुक बनाने का बिज़नेस करने में काफी फायदा है। हर साल करोड़ो छात्र पढ़ने के लिए नाम लिखते है। एक कच्छा से दूसरे कच्छा में जाते है। स्कूल में तरह तरह के नोटबुक की जरूरत होती है। चाहे वो स्कूल या कॉलेज हो, दुकान, ऑफिस या कोई भी लिखने वाला काम हो वह पर सबसे पहली जरूरत कॉपी की ही होती है। ऐसे में इसकी मांग मार्केट में इतनी ज्यादा होती है की आप जितना भी उत्पादन करोगे सब का सब बाजार में बिक जाएगा।

और जितना ज्यादा बिकेगा मुनाफा उतना ज्यादा होगा। इसीलिए अगर आप एक कम लागत और कम समय में एक बहुत ही अच्छा बिज़नेस शुरू करना चाहते है तो नोटबुक बनाने का बिज़नेस (Notebook Manufacturing Business) सबसे अच्छा वयापार हो सकता है आपके लिए।

कॉपी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री (Notebook Manufacturing Business Raw Material)

कॉपी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री सादा सफ़ेद कागज, लाइन वाली कागज, कॉपी के ऊपर का मोटा ग्रे कवर, स्टिचिंग वायर, पिन, गम, पतली प्लास्टिक इन सभी चीजो की जरूरत होती है। ये सभी सामग्री आपको आसानी से ऑनलाइन सस्ते दाम पर मिल जाती है।   

ये सारी चीज़ज़े बहुत ही कम कीमत पर आपको मिलती है। इसे आप अपने आसपास के बाजार या होलसेल मार्केट से भी थोक भाव में खरीद सकते है। या फिर निचे दिए गए वेबसाइट से आप ऑनलाइन भी खरीद सकते है। 

नोटबुक बनाने के बिज़नेस में कुल मुनाफा (Notebook Manufacturing Business Profit)

एक नोटबुक की कीमत उसके साइज और क्वालिटी के हिसाब पर निर्भर करता है। बाजार में 20 रूपये से लेकर 200 रूपये तक की नोटबुक मिलती है। लेकिन इसमें सबसे ज्यादा बिकने वाला नोटबुक 15 से 50 रूपये वाले होते है। अगर ठीक से हिसाब लगाया जाए तो, 1 किलो कागज में 5 से 7 कॉपी बनती है। इसके अलावा इसे बनाने में कुल 10 से 12 रूपये का खर्च आता है। 

और इस कॉपी को बाजार में अगर होलसेल मार्केट में बेचते है तो ये 15 रूपये या उससे ऊपर में बिकती है। तो कुल मिलकर आपको एक कॉपी पर 3 से 5 रूपये का फायदा होता है। तो अगर आप रोजाना 1000 कॉपी की पीेछे बेचते है तो 3000 रूपये रोज का आपको फायदा होगा और महीने का 90,000 रूपये का फ़ायदा होगा।  

नोटबुक बनाने की मशीन (Notebook Making Machines)

आजकल नोटबुक बनाने के लिए बाजार में बहुत से स्वचालित (Automatic) और अर्ध स्वचालित मशीन(Semi-Automatic Machines) आ गए है। आपको बहुत ज्यादा लोगो की जरूरत नहीं होती है। लेकिन फिर भी अगर आप छोटे स्तर पर इस बिज़नेस को शुरू करना चाहते है तो आप मैन्युअल मशीन ले सकते है लेकिन उसके लिए आपको अपने पास काम करने वाले वर्कर रखना पड़ेगा अच्छा उत्पादन करने के लिए। 

बाकि नोटबुक बनाने के लिए मुख्यतः 6 प्रकार के मशीनों की जरूरत होती है। 

  • पेपर फोल्डिंग मशीन:- यह कागज को कॉपी के आकर में फोल्ड करने में मदद करता है। 
  • पेपर कटिंग मशीन:- यह मशीन पेपर को विभिन्न साइज में काटने में मदद करता है। जिस भी आकर का कॉपी आप बनाना चाहते है, इस मशीन से आप आसानी से कर सकते है। 
  • स्टिचिंग मशीन :- यह मशीन कागज को एकदूसरे से सीने में मदद करता है। खासकर डेरी या रजिस्टर बनाने में इसका ज्यादा उपयोग होता है। 
  • पिन स्टेपल मशीन:- साधारण नोटबुक बनाने के लिए ज्यादातर पिन स्टेपल किया जाता है और इस मशीन में आप आसानी से पिन स्टेपल कर सकते है। 
  • एज स्क्वैरिंग मशीन:- इससे कॉपी के किनारे को चपटा आकर दिया जाता है। जिससे कॉपी को एक खास तरह का लुक मिलता है और एक फाइनल टच मिलता है। जिसकी वजह से कॉपी महंगे दाम में बिकती है। 
  • श्रिंक पैकेजिंग मशीन :- यह मशीन कॉपी को एक पतले प्लास्टिक में 6 के सेट में पैक करने में मदद करता है। जिससे की कागज में नमी न बने और हवा की वजह से पेपर खराब न हो। 

इन सभी मशीनों को आप ऑनलाइन Indiamart की वेबसाइट या फिर Jatendra Machine Tools से आप आसानी से खरीद सकते है। 

नोटबुक बनाने वाली मशीन की कीमत (Notebook Making Machine Total Cost)

नोटबुक बनाने वाली मशीन खरीदने में कुल लागत 4 से 6 लाख के बिच में आता है। क्युकी इसमें आपको सभी मशीनों का सेट लेना पड़ेगा। और अगर ज्यादा से ज्यादा उत्पादन करना है तो आपको स्वचालित मशीन लेना भी जरूरी है। लेकिन शुरुआती निवेश बस आपको मशीन पर करना है बाकि सामग्री पर। एक बार आपका बिज़नेस चल गया फिर तो आपका सारा खर्च और मुनाफा निकल जाएगा। 

नोटबुक बनाने की पूरी प्रक्रिया (Notebook Manufacturing Process)

नोटबुक बनाने की प्रक्रिया पूरी तरह से मशीनों पर आधारित है। इसमें आपको सिर्फ मशीनों को चलना सीखना है। बाकि का काम मशीन अपने आप कर लेगा। बस आपको उसे रॉ मटेरिल को सुव्यवस्थित ढंग से मशीन के अंदर फिट करते जाना है। 

  • नोटबुक बनाने के लिए सबसे पहले आपको उसका कवर तैयार करना होता है। उसके लिए आपको मोटी ग्रे शीट को मोड कर मशीन के सहायता से काट ले। और इसके बाद आप पेपर को भी काट कर कॉपी का आकर दे। अब इस पेपर को मोड़ कर कवर के अंदर डाल दे। बड़ी, छोटी जिस भी साइज का कॉपी आपको बनाना हो उस आकार का पेपर आप काट ले। 
  • इसे बाद अब स्टेपल करने वाले मशीन की मदद से आप सभी कॉपी में पिन मार दे। जिससे कॉपी के सारे पेज अच्छे से कॉपी के अंदर फिट रहेंगे। 
  • अब आपको नोटबुक को एक फिनिशिंग टच देना होता है। इसके लिए एज स्क्वैरिंग मशीन की मदद से उसके पीछे का हिस्सा जिधर पिन लगा होता है उसे चपटा किया जाता है और बाकि के तरफ के हिस्से और अतिरिक्त निकले पेपर को भी काट के निकल दिया जाता है। 
  • इसके बाद कॉपी को कटिंग मशीन से दो भागों में बिच से काट दिया जाता है। जब भी कॉपी बनती है वो एक बार में ही 3 या 5 सेट की कॉपी बनती है। और वो एक में ही होती है। इसीलिए उसे काट काट कर अलग अलग किया जाता है उसे आकर के हिसाब से। 
  • उसके बाद उसकी पैकेजिंग पतली पॉलीथिन में की आती है। ताकि पेपर में नमी न आये और हवा की वजह से कागज खराब न हो और इसका भंडारण करने में भी आसानी हो।  

इस तरह से आपको कॉपी बनकर तैयार है। अब आप इसे आसानी से बाजार में बेच सकते है। जिसके लिए आपको अपनी मार्केटिंग करनी जरूरी है। 

नोटबुक की पैकजिंग कैसे करे (Notebook Packaging Process)

नोटबुक की पैकजिंग करने के लिए श्रिंक पैकेजिंग मशीन आती है। जिसमे एक पतली पॉलीथिन के अंदर ६ कॉपी को डाल कर पैक किया जाता है। ये मशीन कॉपी के अंदर से सारी नमी को निकल देता है और पॉलीथीन को इस तरह से उसके ऊपर चिपकता है की उसके अंदर कभी भी हवा प्रवेश भी कर पाए। जिससे की पेपर के अंदर नमी नहीं बन पाती है और कागज खराब होने से बच जाता है। कॉपी चाहे कितना दिन भी रखा हो खराब नहीं हो सकता है। इसीलिए इसकी पैकजिंग पर काफी ध्यान दिया जाता है।

पैकेजिंग भी आवश्यकता के अनुसार किया जाता है इस बात का ध्यान रखते हुए की कॉपी को होलसेल में बेचना है या फिर रिटेल में। ये पूरी तरह से आपके ऊपर निर्भर करता है। जितनी बड़ी या छोटी मांग होगी पैकेजिंग उसके हिसाब से होगी। बाकि अगर आप खुद का ब्रांड मार्केट में लाना चाहते है तो उसकी ब्रांडिंग कर सकते है। 

नोटबुक बनाने की बिज़नेस की मार्केटिंग (Notebook Manufacturing Business Marketing)

किसी भी बिज़नेस को सफल बनाने के लिए उसकी मार्केटिंग सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। क्युकी आप जितना उत्पादन करते हो वो सभी बाजार में आसानी से कम समय में बेच पाते हो की नहीं, आपकी सफलता और मुनाफा इसी बात पर निर्भर करता है। इसके लिए आपको मार्केट रिसर्च और करना, लोगो के हिसाब से प्रोडक्ट बनाना, नए नए स्टेशनरी शॉप और डीलर्स से पाटनर्शिप करना ये सब बहुत जरूरी है। क्युकी जितना बड़ा आपका सेल एरिया होगा, जितना बड़ा आपका डिस्ट्रीब्यूशन होगा मुनाफा उतना ही ज्यादा होगा। 

मार्केटिंग के साथ साथ आप स्कूल, कॉलेज, और उनके आसपास के दुकानों पर भी अपना नोटबुक सप्लाई कर सकते हो। या खुद का दुकान भी खोल सकते हो। और अपने नोटबुक को आप ऑनलाइन अमेज़न, फ्लिपकार्ट जैसे ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी बेच कर काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते है। साथ में आप अपनी खुद की ब्रांडिंग और कंपनी भी खोल सकते है।       

नोटबुक बनाने के व्यापार के लिए लोन (Notebook Making Business Loan)

नोटबुक बनाने के व्यापार अगर आपको शुरू करना है तो इसके लिए सरकार लोन भी देती है। यह एक स्माल स्केल बिसनेस है जिसके लिए सरकार आपको मुद्रा योजना के तहत लोन देती है। आप लोन के लिए आसानी से किसी भी नजदीकी बैंक में अप्लाई कर सकते है। 

नोटबुक व्यापार को शुरू करने में कुल खर्चा (Total Cost of Notebook Manufacturing business)

नोटबुक बनाने के व्यापार में सभी मशीन, आवश्यक सामग्री, व्यापार शुरू करने के लिए जगह, बिजली बिल, ट्रांसपोर्ट ये सब लेकर आपको कम से कम 10 लाख तक का खर्चा आता है। वैसे तो लोन लेकर आप इसे आसानी से खोल सकते है और एक मुनाफा में से हर महीने 10% व्याज चूका कर लोन पूरा कर सकते है। और मुनाफा भी काफी जायदा होता है क्युकी इस बिज़नेस में आपको 30% से 40% तक का मार्जिन मिलता है। तो आपने जितना भी लगाया होगा आप एक साल के अंदर उतना कमा लेंगे। और उसके बाद ये बिज़नेस आपको हमेसा मुनाफा ही मुनाफा देगा। 

तो इस तरह से आप कम लागत में एक बहुत ही ज्यादा फयदेमंद नोटबुक बनाने का बिज़नेस (Notebook Manufacturing Business)शुरू कर सकते है। 

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