डेरी फार्म कैसे खोले? | Dairy Farming Business Plan In Hindi

Dairy Farming Business Plan In Hindi-जैसा की हम जानते है चाहे गर्मी हो या सर्दी भारत के अंदर दूध की डिमांड हमेशा रहती है, जैसे जैसे भारत की जनसँख्या बढ़ती जा रही है वैसे वैसे ही दूध और बाकी चीज़ो की खपत भी बढ़ती जा रही है।

भारत के अंदर दूध की इंडस्ट्री हर साल ३ से ४ प्रतिशत की तेजी से आगे बढ़ रही है, वही अभी भी इस मार्किट के अंदर बहुत सारे अवसर छुपे हुए है।

दूध प्रोडक्शन के अंदर पहले से ही मार्किट के अंदर बहुत सारे बड़े बड़े प्लेयर्स है लेकिन कुछ जगह ऐसे है जहा पर अभी भी दूध की डिमांड तो है लेकिन सुविधा नहीं है।

बहुत सारे लोग है जो दूध का बिज़नेस शुरू करना चाहते है लेकिन वे नहीं जानते की दूध का बिज़नेस कैसे शुरू करे।

आज हम आपको बताएंगे की डेरी फार्म कैसे खोले? | Dairy Farming Business Plan In Hindi।

डेरी फार्मिंग क्या है?

डेयरी फार्मिंग गायों, बकरियों, भैंसों, गधों और अन्य पशुओं जैसे माँ पशुओ को पालने और मनुष्यों तक दूध पोहचाने की प्रथा है। डेयरी उत्पादों में पनीर, मक्खन, दही, आइसक्रीम और दूध शामिल हैं।

डेरी फार्मिंग का बिज़नेस शुरू करने से पहले इन बातो का रखे ध्यान:

  • दूध बिज़नेस शुरू करने से पहले आपको कुछ ट्रेनिंग लनी चाहिए का किसी यूनिवर्सिटी से कोई कोर्स करना चाइये ताकि आप इस बिज़नेस को अच्छे से समझ सके।
  • अपने आसा पास की डेरी पर जाये और उनसे कुछ सीखने का प्रयास करे।
  • कोई मैगज़ीन पढ़े, या यूट्यूब पर डेरी से सबमंदित वीडियो देखे।
  • लेबर मैनेजमेंट के बारे में सीखे, आसा पास की डेरी को देखे की वो चीज़ो को कैसे मैनेज करती है।

डेरी फार्म कैसे खोले? | Dairy Farming Business Plan In Hindi

1. जगह (Land)

इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए आपके पास जगह का होना बहुत ही जरूरी है जहा पर आप फैसले ऊगा सके, जगह इस बात पर निर्भर करती है की आप कितनी बड़ी डेरी खोलना चाहते हो।

2. छप्पर (Shed)

डेरी फार्म की शुरुआत करने से पहले छप्पर का निम्न कर ले ताकि पशुओ को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पडे। पशुओ के लिए नेचुरल चीज़ो को रखना एक सामान्य कार्य है, आप पशुओ के लिए छप्पर का निर्माण ऐसी जगह करे जहा पर धुप या किसी भी प्रकार का परेशानी ना हो।

3. फैसले (Fodder)

एक डेरी फार्म के अंदर फसलों को मैनेज करना बहुत ही जरूरी है, आपके दूध की प्रोडक्शन फसलों पर ही निर्भर करती है जिस प्रकार की आप फैसले अपने पशुओ को देंगे उसी प्रकार से वो आपको दूध की प्रोडक्शन प्रदान करेंगे।

तो इसीलिए अपने डेरी फार्म के अंदर फसलों को प्रोडक्शन सही रखे, ताकि पशुओ को किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े।

4. गाय भैंस चुने (Selection Of Breeds)

अब डेरी फार्मिंग खोलने के लिए जो अलग कदम है वो गाय और भैंस चुनने का है, जैसा की हम जानते है भारत के अंदर गाय और भैंस कई प्रकार की नस्लों की उपलब्ध है तो अब आपको यह देखना है की आप किस प्रकार की गया या भैंस अपनी डेरी फार्मिंग के अंदर रखेंगे।

5. लेबर (Labor)

डेरी फार्मिंग के अंदर जो सबसे मुश्किल काम होता है वो होता है लेबर को मैनेज करने का, आपको ऐसी लेबर को रखना है जो की डेरी फार्मिंग के बारे में पहले से ही जानकारी रखती हो।

6. टीकाकरण (Vaccinations)

पशु के लिए समय के अनुसार टीकाकरण बहुत ही आवश्यक है, आपको डेरी फार्म के अंदर टीकाकरण का बहुत ही अच्छे से ध्यान रखना होगा, और समय के अनुसार अपने पशुओ का चेकउप करना होगा।

7. पानी की सप्लाई (Water Supply)

डेरी फार्मिंग के अंदर पानी की सप्लाई बहुत ही जरूरी है, आपको एक पानी का प्रॉपर सिस्टम त्यार करना पड़ेगा, ताकि आपके पशुओ को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।

डेरी फार्मिंग में प्रॉफिट कितना है ?

जैसा की हम जानते है भारत के अंदर डेरी फार्मिंग इंडस्ट्री दिन पर दिन बढ़ती जा रही है, भारत के अंदर दूध की खपत दिन पर दिन बढ़ती है।

भारत के अंदर एक किलो दूध की कीमत ५८ से ६० रुपए है, और भारत के अंदर दूध की खपत बहुत है।

डेरी फार्मिंग बिज़नेस का प्रॉफिट बहुत साड़ी चीज़ो पर निर्भर करता है, जैसे की आप इसको कितने बड़े स्तर पर शुरू कर रहे हो और किस जगह पर शुरू कर रहे हो।

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